तिल गुड़ लड्डू-Til Gud Ladoo -तिल गुड़ के लड्डू हमारे यहाँ जनवरी में मकर संक्रांती के त्योहार पर अनिवार्य रूप से बनाए जाते हैं। जनवरी के माह में सर्दी अधिक रहती है और तिल गरम होता है तथा इससे पाचन भी सही रहता है। गुड़ तो वेसे ही फायदेमंद है।
मकर सक्रांति पर तिल के लड्डू और खिचड़ी खाने का रिवाज है हिन्दू धर्म में सूर्य देवता से जुड़े कई त्योहार मनाने की परंपरा है उसमें से मकर संक्रांति भी एक है भगवान भास्कर जब उत्तरायण हो कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसको मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है ।
मकर संक्रांति से दिन बड़े होने लगते हैं जिसकी शुरुआत 25 दिसंबर से होती है ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति से ठंड कम होने लगती है। मकर संक्रांति को खिचड़ी भी कहते हैं इस दिन चावल डाल की खिचड़ी और तिल खाने का महत्व होता है
तिल गुड़ लड्डू-Til Gud Ladooबनाने की सामग्री –
- 2 कटोरी तिल (250 ग्राम )
- 1 कटोरी गुड़ (250 ग्राम )
- 2 चोटी चम्मच शुद्ध घी
तिल गुड़ लड्डू-Til Gud Ladooबनाने की विधि –
- कुटी तिल के लड्डू –
- सबसे पहले तिल को साफ कर एक मोटे तले की कढ़ाई में भून लें।
- 3-4 मिनिट में तिल चटकने लगते हैं इनमें अच्छी सी खुशबू आने लगेगी और थोड़े फूले से लगने लगेंगे,तब समझिए कि तिल अच्छे से भून गए हैं।
- तिल ठंडे होने पर मिक्सर में पीस कर दरदरा पावडर बना लें।
- कढ़ाई में 2 चम्मच घी डाल कर गुड़ पिघला लें।
- गुड़ पिघलने के बाद 3-4 मिनिट तक पकाना है,इसके ऊपर झाग सा दिखने लगेगा।
- एक कटोरी में पानी लेकर उसमें इस गुड़ की चाशनी की बूंद टपका कर चेक करें यदि यह पानी में नहीं बिखरती है मतलब चाशनी तैयार है।
- गुड़ की इस चाशनी में पिसी तिल डाल दें गैस बंद कर दें। तिल के पावडर जल्दी जल्दी अच्छे से मिल लें।
- गुड़ की चाशनी का टेम्परेचर बहुत अधिक रहता है इसलिए सावधानी से कार्य करे
- मिश्रण को मिलाकर एक बाउल में पानी पास में रख लें हाथों में पानी लगा कर थोड़ा गरम रहते ही इसके अपनी पसंद के आकार के लड्डू बांध लें
- मिश्रण को मिलाकर एक बाउल में पानी पास में रख लें हाथों में पानी लगा कर थोड़ा गरम रहते ही इसके अपनी पसंद के आकार के लड्डू बांध लें
- साबुत तिल के लड्डू –
- ये तो बनाने में और आसान है पहले तिल को भारी तले की कढ़ाई में भून लें।
- भुने तिल अलग रख जर उसी कढ़ाई में 2 चम्मच घी डाल कर गुड़ डाल कर पकाएं।
- गुड़ पिघलने के बाद 3-4 मिनिट तक पकाना है,इसके ऊपर झाग सा दिखने लगेगा।
- एक कटोरी में पानी लेकर उसमें इस गुड़ की चाशनी की बूंद टपका कर चेक करें यदि यह पानी में नहीं बिखरती है मतलब चाशनी तैयार है।
- चाशनी में साबुत तिल डाल कर मिल कर जितनी जल्दी हो पानी हाथ में लगा कर इसके लड्डू बना लें।
- यदि ये मिश्रण ठंडा हो गया तो इसके लड्डू नहीं बनेंगे,फिर से गरम करने पर ये लड्डू कड़े हो जाएंगे।
नोट-
- तिल आप सफेद या काली कोई भी ले सकते हैं चाहे तो दोनों को मिलाकर भी ले सकते हैं।
- तिल के साथ चाहें तो मूंगफली भी भून कर छिलका उतार कर हल्का दरदरा पीस कर मिला सकते हैं.
- यदि आप चाहें तो इसमें बादाम,काजू भी मिल सकते हैं,गुड़ की मात्रा थोड़ी कम भी कर सकते हैं।
तिल के लड्डू खाने से क्या फायदा?
तिल के लड्डू पेट के लिए बहुत असरकारक होते हैं। ये कब्ज, गैस और एसिडटी को खत्म करते हैं और पेट साफ करने में भी काफी मददगार होते हैं। ठंड के मौसम में खाने पर तिल के लड्डू सर्दी के दुष्प्रभावों से बचाते हैं और शरीर में आवश्यक गर्माहट पैदा करने में विशेष रूप से मदद करते हैं।
तिल के लड्डू कब खाना चाहिए?
तिल गर्म होते हैं और इन्हें खाने से शरीर में गरमाई आती है। सर्दी के मौसम में तिल के लड्डू खाए जाते हैं क्योंकि इससे बॉडी गर्म रहती है और ठंड से बचाव होता है।मकर संक्रांति पर्व जो जनवरी माह में होती है उस दिन तिल गुड़ के लड्डू खाने का महत्व है।
गुड और तिल खाने से क्या फायदा होता है?
तिल-गुड़ खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम मिलता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. तिल-गुड़ के लड्डू पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसे खाने से एसिडिटी में तो राहत मिलती ही है, साथ ही कब्ज जैसी बीमारी में भी आराम मिलता है. तिल के लड्डू भूख बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
तिल गुड़ लड्डू-Til Gud Ladoo
Course: DessertCuisine: Indian6
servings15
minutes15
minutes62
kcal30
minutesतिल गुड़ लड्डू-Til Gud Ladoo -तिल गुड़ के लड्डू हमारे यहाँ जनवरी में मकर संक्रांती के त्योहार पर अनिवार्य रूप से बनाए जाते हैं। जनवरी के माह में सर्दी अधिक रहती है और तिल गरम होता है तथा इससे पाचन भी सही रहता है। गुड़ तो वेसे ही फायदेमंद है।
Ingredients
2 कटोरी तिल (250 ग्राम )
1 कटोरी गुड़ (250 ग्राम )
2 चोटी चम्मच शुद्ध घी
Directions
- कुटी तिल के लड्डू –
- सबसे पहले तिल को साफ कर एक मोटे तले की कढ़ाई में भून लें।
- 3-4 मिनिट में तिल चटकने लगते हैं इनमें अच्छी सी खुशबू आने लगेगी और थोड़े फूले से लगने लगेंगे,तब समझिए कि तिल अच्छे से भून गए हैं।
- तिल ठंडे होने पर मिक्सर में पीस कर दरदरा पावडर बना लें।
- कढ़ाई में 2 चम्मच घी डाल कर गुड़ पिघला लें।
- गुड़ पिघलने के बाद 3-4 मिनिट तक पकाना है,इसके ऊपर झाग सा दिखने लगेगा।
- एक कटोरी में पानी लेकर उसमें इस गुड़ की चाशनी की बूंद टपका कर चेक करें यदि यह पानी में नहीं बिखरती है मतलब चाशनी तैयार है।
- गुड़ की इस चाशनी में पिसी तिल डाल दें गैस बंद कर दें। तिल के पावडर जल्दी जल्दी अच्छे से मिल लें।
- गुड़ की चाशनी का टेम्परेचर बहुत अधिक रहता है इसलिए सावधानी से कार्य करे
- मिश्रण को मिलाकर एक बाउल में पानी पास में रख लें हाथों में पानी लगा कर थोड़ा गरम रहते ही इसके अपनी पसंद के आकार के लड्डू बांध लें
- साबुत तिल के लड्डू –
- ये तो बनाने में और आसान है पहले तिल को भारी तले की कढ़ाई में भून लें।
- भुने तिल अलग रख जर उसी कढ़ाई में 2 चम्मच घी डाल कर गुड़ डाल कर पकाएं।
- गुड़ पिघलने के बाद 3-4 मिनिट तक पकाना है,इसके ऊपर झाग सा दिखने लगेगा।
- एक कटोरी में पानी लेकर उसमें इस गुड़ की चाशनी की बूंद टपका कर चेक करें यदि यह पानी में नहीं बिखरती है मतलब चाशनी तैयार है।
- चाशनी में साबुत तिल डाल कर मिल कर जितनी जल्दी हो पानी हाथ में लगा कर इसके लड्डू बना लें।
- यदि ये मिश्रण ठंडा हो गया तो इसके लड्डू नहीं बनेंगे,फिर से गरम करने पर ये लड्डू कड़े हो जाएंगे।
Notes
- तिल आप सफेद या काली कोई भी ले सकते हैं चाहे तो दोनों को मिलाकर भी ले सकते हैं।
- तिल के साथ चाहें तो मूंगफली भी भून कर छिलका उतार कर हल्का दरदरा पीस कर मिला सकते हैं।
- यदि आप चाहें तो इसमें बादाम,काजू भी मिल सकते हैं,गुड़ की मात्रा थोड़ी कम भी कर सकते हैं।